पलामू: गैंगस्टर सुजीत सिन्हा पर नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. एनआईए ने गैंगस्टर सुजीत सिन्हा से जुड़े तमाम दस्तावेज पलामू पुलिस से मांगा है. इसके अलावा एनआईए ने गैगस्टर से जुड़े तमाम आपराधिक इतिहास के संबंध में भी जानकारी मांगी है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के विरूद्ध पलामू के विभिन्न थानों में करीब 51 आपराधिक मामले दर्ज हैं. गिरफ्तार सुजीत सिन्हा पर सबसे पहले 2004 में आर्म्स एकट के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई थी. उसके बाद 17 वर्षों में 50 अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गयी है. दो माह पहले हैदरनगर थाना क्षेत्र में रेलवे का थर्ड लाइन बना रही कंपनी के इंजीनियर को गोली मारी गयी थी. इस मामले में भी गैगस्टर सुजीत सिन्हा का नाम आता है.
जानकारी के मुताबिक गैगस्टर सुजीत सिन्हा का पलामू जिला के निवासी हैं. जिनका बड़ा आपराधिक इतिहास रहा है. गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को गिरफ्तार कर जमशेदपुर के घाघीडीह सेन्ट्रल जेल में रखा गया था, उसके बाद वहां से उसे धनबाद जेल शिफ्ट किया गया, धनबाद में कई अन्य गैंगस्टर जेल में बंद थे. जिनके साथ सुजीत का न जमने के कारण, उसे गुमला जेल में शिफ्ट कर दिया गया. सूत्रों के मुताबिक गैगस्टर सुजीत झारखंड के अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में भी आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय था. इसके अलावे पीएलएफआई जैसे नक्सली संगठन से सांठ-गांठ की बात भी सामने आयी है.
कुल 51 मामलों में संलिप्त गैंगस्टर सुजीत सिन्हा इन दिनों उम्रकैद की सजा काट रहा है. बताते चलें कि सुजीत रंगदारी, आर्म्स एक्ट और हत्या जैसे संगीन मामलों में संलिप्त है. सुजीत सिन्हा की गिरफ्तारी के बाद उनके कई अन्य साथियों की गिरफ्तारी अलग-अलग क्षेत्रों से की गयी है. फिलहाल इस मामले में एनआईए ने संबंधित पदाधिकारियों से जानकारी मांगी है.
रिपोर्ट- संजीव