रांची: रांची के बिरसा चौक-बाइपास रोड स्थित साइट-5 के समीप एचईसी प्रबंधन, जिला पुलिस-प्रशासन और रांची नगर निगम के संयुक्त अभियान में गुरुवार को वर्षों से बसी एक बस्ती को उजाड़ दिया गया। प्रशासन ने इसे एचईसी की जमीन पर अवैध कब्जा बताया, जबकि बस्ती में रह रहे लोगों का दावा है कि वे पिछले 50 वर्षों से यहां निवास कर रहे हैं।
जेसीबी मशीनों से कई घरों को तोड़ा गया। इस कार्रवाई के दौरान मजिस्ट्रेट की निगरानी में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। वहीं बस्ती बचाओ संघर्ष समिति की अगुवाई में स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि उन्हें महज 48 घंटे पहले ही नोटिस दिया गया और अचानक कार्रवाई शुरू कर दी गई। लक्ष्मी देवी और सत्य देवी सहित कई महिलाओं ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे 2005 से ही दिल्ली मॉडल के आधार पर पुनर्वास की मांग कर रही थीं, परंतु उनकी बात नहीं सुनी गई।
स्थानीय निवासियों ने यह भी बताया कि वे रांची नगर निगम को होल्डिंग टैक्स का भुगतान करते आ रहे हैं, उनके पास बिजली कनेक्शन, राशन कार्ड जैसे दस्तावेज भी हैं, जिससे उनके स्थायी निवास की पुष्टि होती है।
कार्रवाई के दौरान पुलिस द्वारा लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें महिलाओं समेत कई लोग घायल हो गए। घायलों में निमाई राम, हीरा, मुन्नी देवी, रिंकी देवी, लक्ष्मी देवी, मिली कुमारी और शीला देवी के नाम शामिल हैं। स्थिति तनावपूर्ण हो जाने के कारण अपराह्न तीन बजे के बाद प्रशासन को कार्रवाई रोकनी पड़ी और पुलिस को पीछे हटना पड़ा।